उम्मीद एजुकेशनल एंड वेलफेयर संस्था को रुपए से मदद दी है रिश्तेदारों ने


इकबाल मुल्ला
लोहारा/प्रतिनिधी :- धुले महाराष्ट्र उम्मीद एजुकेशनल एंड वेलफेयर संस्था के अध्यक्ष सलीम शेख इन्होंने तारीफ ए काबिल काम किया है गुजरात और महाराष्ट्र  के रिश्तेदारों को बड़ी मेहनत से एक साथ  व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा है लोग व्हाट्सएप पर इधर से कॉपी उस ग्रुप में पेस्ट करते हैं लेकिन सलीम शेख उन्होंने व्हाट्सएप का पूरा पूरा फायदा रिश्तेदारों को एक करने में और गरीब रिश्तेदारों को रिश्तेदारों के जरिए मदद दिलाने के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल किया है सलीम शेख इन्होंने उनके खुद के रिश्तेदारो के 2 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं एक रिश्तेदारों को संदेश जिसमें रिश्तेदारों की सुख या दुख की खबर भेजने के लिए बनाया गया ग्रुप है दूसरा व्हाट्सएप ग्रुप उम्मीद संस्था का बनाया है जिसमें रिश्तेदार गरीब रिश्तेदार की रुपए से  मदद करते हैं गरीब रिश्तेदारों को व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए रुपए की मदद ली जाती है रिश्तेदारों से रुपए जमा करके बैंक अकाउंट में जमा किए जाते हैं और फिर संस्था के अकाउंट से चेक द्वारा रुपए निकाले जाते हैं गरीब रिश्तेदारों को रुपए की मदद घर पहुंच  दी जाती है उम्मीद एजुकेशनल एंड वेलफेयर संस्था का  2016 2017  2018  का  ऑडिट  हो गया है और हमें बड़ी खुशी है  की उम्मीद एजुकेशनल एंड वेलफेयर संस्था के बैंक खाते में रिश्तेदारों ने 2016 से 2018 तक गरीब रिश्तेदारों को मदद के लिए 80 से 90 हजार रुपए जमा करवाए हैं इन्हीं रुपए में संस्था ने बेसहारा रिश्तेदार गरीब महिला को सिलाई मशीन देना ,गरीब जरूरतमंद की दवाखाने में रुपए से मदद करना इसी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 2018 में 1 साल के लिए धुले शहर की 3 गरीब महिला को पिछले 3 महीनों से प्रति महीना 700 रूपय और एक गरीब महिला को प्रति महीना 500 रुपए शुरू किए गए हैं उसी तरह जलगांव की 4 गरीब महिला को 1 साल के लिए प्रति महीना 500 रूपय इसी महीने से शुरू हो रहे हैं व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए रिश्तेदारों में संस्था को रुपय से मदद देने का जज्बा काबिले तारीफ है कोई 500 रूपय तो कोई हजार रुपए दो हजार रुपए और ऐसी भी हमारे रिश्तेदार है जिन्हें 2017 में समाज रत्न से उम्मीद एजुकेशनल एंड वेलफेयर संस्था की और से सम्मानित किया गया है मिस्बाह अंजुम सैफुद्दीन साहब ,मुंबई इन्होंने संस्था को 2017  2018 में गरीब रिश्तेदारों की मदद के लिए उम्मीद संस्था के बैंक अकाउंट में 30.000 रुपय की मदद दी है एक और हमारे रिश्तेदार है शेख जाहिद गयासोद्दीन साहब (अबू धाबी) इन्होंने 2018 में गरीब रिश्तेदारों की मदद के लिए 30.949 रुपय उम्मीद संस्था के बैंक अकाउंट में भिजवाए हैं आज उम्मीद एजुकेशनल एंड वेलफेयर संस्था कि जो भी काबिलियत है उसका श्रेय ग्रुप के सभी रिश्तेदारों को जाता है रिश्तेदारों की भलाई के लिए हमारे रिश्तेदार हमेशा तैयार रहते हैं और जो भी आने वाली समस्या है उसका हल उम्मीद संस्था व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से निकाला जाता है और गरीब लोगों की मदद की जाती है और मैं सलीम शेख सभी रिश्तेदार का शुक्रिया अदा करता हूं और मेरे रिश्तेदारों की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है ऐसे ही प्यार मोहब्बत एक दूसरे में रहे यही दुआ करता हूं

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