रफीक कनोजे झरी : झरी तहसीलमे आनेवाले कुछ ही दिनो मे मांगुर्ला, दाभाडी, निमणी, वल्हासा, झमकोला, वाढोणाबंदी, सुर्ला, बोरगांव, निंबादेवी इन नउ गांव में पानी की समस्या निर्माण हो सकती है। अगर झरी तहसील मे पानी फाउंडेशन सत्यमेव जयते वाटर कप प्रतियोगिता के जरीये नागरीको मे जनजागृती की जाये। और झरी तहसील का समावेश पानी फाउंडेशन मे कीया जाये तो इन नउ गाव मे पानी की समस्या से राहत मिल सकती है फिल्म स्टार आमिर खान और उनकी पत्नी किरन राव 'पानी फाउंडेशन' के कामों का जायजा लेने के लिए महाराष्ट्र के कई जिले में पहुंचे। सामाजिक दायित्व की दिशा में आमिर और किरन राव का गैर सरकारी संगठन 'पानी फाउंडेशन' अहम काम कर रहा है। ये एनजीओ ऐसी कंपनी के तौर पर दर्ज है। जो मुनाफे के लिए नहीं बनाई गई है। इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में जल संग्रहण को बढ़ावा देने के उद्देशसे पानी फाउंडेशन सत्यमेव जयते वाटर कप' के जरीये सूखा मुक्त बनाना है फिल्म अभिनेता आमिर खान के पानी फाउंडेशन की तरफ से राज्य के 24 जिलों की 75 तहसिलों में सत्यमेव जयते वाटर कप 2018 प्रतियोगिता शुरू की जा रही है यवतमाल जीले के रालेगाव, कलंब, उमरखेड, यवतमाल, घाटंजी, दारव्हा ईन छह तहसीलो का चयन सत्यमेव जयते वाटर कप प्रतीयोगीता के लिये किया गया है। लेकीन झरी तहसील की 55 ग्रामपंचायत मे से 29 ग्रामपंचायत पेसा मे आती है ,
और यह तहसील दुर्गम और आदिवासी होते हुये भी इसका समावेश पानी फाउंडेशन मे नही किया गया यह शर्मसार बात है ग्रामवासीयोंको प्रेरणा और जानकारी की जरूरत है झरी तहसील दुर्गम और आदिवासी है यहां के लोग मेहनती और कष्ट करने वाले हैं दाभाडी गाव मे श्रमदान के जरीये कुए की सफाई कर और पानी की पाईप लाईन बिछाकर कुछ हद तक पानी समस्या से राहत ली लेकिन वह पानी फाउंडेशन सत्यमेव जयते वाटर कप प्रतियोगिता की जानकारी से बहुत दूर है अगर झरी तहसील में पानी फाउंडेशन की जागृति कर मार्गदर्शन किया गया तो मांगुर्ला, दाभाडी, निमणी, वल्हासा, झमकोला, वाढोणाबंदी, सुर्ला,बोरगांव, निंबादेवी जैसे गांव में पानी की समस्या से राहत मिल सकती है और दुसरे गाव मे भी जलस्तर बढ सकता है लोगों में पानी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये पानी फाउंडेशन नामक संस्था का गठन किया गया तो ग्रामीण क्षेत्रों में पानी बचाने के प्रचार-प्रसार का काम जोरो से करेगी। पिछले साल लातुर मे रेल के जरिए पानी की आपूर्ति हो रही थी, लेकिन पानी फाउंडेशन के प्रयास के चलते इस साल जलयुक्त शिवार योजना की वजह से वहां एक भी पानी का टैंकर नहीं चल रहा यह उल्लेखनीय है।