नागपुर :- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गृह गांव धापेवाड़ा में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली है। 31 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
महाराष्ट्र के नागपुर जिला परिषद के चुनाव में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। यहां 58 में से 31 सीटों पर जीत हासिल कर कांग्रेस सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी है। दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी को नागपुर में भी हार का सामना करना पड़ा है, जहां बीजेपी आमतौर मजबूत मानी जाती है। यही नहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गांव में भी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है।
जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस आगे बता दें कि बीजेपी से अलग होने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी संग सरकार बनाई है। ऐसे में अभी बीजेपी इस झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि अब पार्टी को आरएसएस के गढ़ नागपुर में जिला परिषद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। यहां कांग्रेस 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस दोनों ही नागपुर इलाके से आते हैं। ऐसे में यहां मिली हार से बीजेपी का विपक्ष के निशाने पर आना तय है।
जिला परिषद चुनाव: बताया जा रहा है कि अब तक के नतीजों के मुताबिक, 58 में से 31 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। जबकि बीजेपी के पास सिर्फ 14 सीटें आईं हैं। एनसीपी को 10, शिवसेना को 1 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली है।
गडकरी के गांव में भी हारी बीजेपी: गौरतलब है कि जिला परिषद चुनाव में गडकरी के गांव धपेवाड़ा में कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र डोंगरे को जीत मिली है। जहां महेंद्र डोंगरे को 9,444 वोट मिले, तो वहीं बीजेपी प्रत्याशी को महज 5,501 वोट ही हासिल हुए। बता दें कि धापेवाड़ा सीट तीन बार से बीजेपी के ही कब्जे में थी। लेकिन इस बार कांग्रेस ने यह सीट कब्ज़ा ली है।